- 80 Posts
- 397 Comments
भइया जी, जरा टाइटल पर मत जाओ, वो तो हम टाइटल इसलिए ऐसा रखे क्यूंकि हम भी सोच रहे हैं कि कुछ जमाने के साथ चला जाए. भई वो कहते हैं न डिब्बे के अंदर चाहे सड़ा हुआ माल रखो पर उसकी पैकिंग एक दम झक्कास होनी चाहिए. वैसे जो टाइटल में है वही अंदर भी है तो डरने की बात नहीं.
आजकल प्याज और पेट्रोल के दाम इस कदर बढ़ रहे हैं कि लगता है आने वाले समय में पप्पू के पापा दहेज में चिंकी के बाप से दो तीन सौ किलो प्याज या चार-पांच सौ लीटर पेट्रोल मांगना ज्यादा बेहतर मानेंगे. और अगर हालात थोड़े और खराब हुए तो लोग छतों पर प्याज उगाएंगे और समुद्र में अपने प्लॉट कटवाकर तेल की खोज करना शुरु कर देंगे. आने वाले कल में जिसके पास जितना प्याज होगा वह उतना ही अमीर माना जाएगा. और लोग इन चीजों को अपने बक्से या तिजोरी में संभाल कर रखेंगे. झूठ नहीं कह रहे भइया सच में देखना एक दिन ऐसा ही होगा….
अब जब सौ रुपए किलो प्याज होगा और पेट्रोल मियां के भाव आसमान छुएंगे तो लोग भी इनकी पूजा करेंगे ना. वैसे लोगों से याद आया अभी तो हमारा नंबर भी आना बाकी है कहीं यही स्थिति हमारी न हो जाए.
जरा सोचो यार दहेज में कोई दुल्हा दो सौ किलो प्याज या कई बैरेल पेट्रोल लेकर आए तो कैसा लगेगा. पर दोस्तों जरा गंभीरता से सोचो. सवाल बड़ा नहीं है पर हमारे आने वाले कल को प्रभावित करने वाला हो सकता है तो जरा ध्यान से.
Read Comments